किताब समीक्षा : जिओ पॉलिटिक्स (भाग 1) लेखक : नवनीत चतुर्वेदी
किताब : जिओ पॉलिटिक्स (भाग 1)
लेखक : नवनीत चतुर्वेदी
मूल्य : 350 रूपये
प्रकाशक : लोकमित्र
खोजी पत्रकार नवनीत चतुर्वेदी ने अपनी किताब ''जिओ पॉलिटिक्स'' में बहुत सारे रहस्यों पर से पर्दा उठाने की कोशिश की है, घटनाओं और तथ्यों का बहुत ही बारीकी से विश्लेषण किया है। देश में चल रहे राजनीति के खेल के तार विदेशी एजेंसियों से किस तरह से जुड़े हैं उनका तथ्यों के साथ खुलासा किया है। 2014 चुनाव के लिए मोदी ब्रांड किस तरह से तैयार किया गया और क्यों तैयार किया गया उसका पूरे तथ्यों के साथ खुलासा किया है। किस तरह भारतीय राजनीति पार्टियां और सरकार विदेशी एजेंसियों के हाथों की कठपुतलियां बनकर काम करती हैं उसका खुलासा किया है। इतिहास और भविष्य की घटनाओं के लिंक किस तरह एक दूसरे से जुड़े हैं उन रहस्यों का तथ्यों के साथ खुलासा किया है। देश की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक नोटबंदी क्यों की गई उसको भी बेनक़ाब किया गया है। कंधार प्लेन हाइजेक, मुंबई आतंकवादी हमला, हेमंत करकरे की शहादत, अन्ना हज़ारे आंदोलन, ईवीएम हैकिंग से लेकर मीडिया के प्रोपेगेंडा पर भी खुलासा किया है।
इल्लुमिनाति, हाउस ऑफ़ रोथ्स्चाइल्ड, फॉरेन इंटेलिजेंस के साथ गूगल और फेसबुक की चुनाव में क्या भूमिका रही, गूगल और फेसबुक ने किस तरह से चुनावों को प्रभावित किया इसका तथ्यों के साथ पूरा विश्लेषण किया है। बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य राजनैतिक पार्टियों से जुड़े कई रहस्यों का पर्दाफाश किया है। अमेरिकन एजेंसी और इज़राइल एजेंसी ''मोसाद'' के भारत की राजनीती में दख़ल बखूबी समझाया गया है।
किताब अपने आप में एक दस्तावेज़ है जो एक के बाद ऐसे रहस्यों पर से पर्दा हटती है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। नेताओं द्वारा दिए जाने वाले बयान यूँ ही नहीं दिए जाते उनके हर बयान और भाषण के एक एक शब्द के पीछे पूरी एक प्लानिंग होती है उसे समझाना की बेहतरीन कोशिश की है। लेखक ने बहुत हिम्मत का परिचय देते हुए इस किताब को पब्लिश किया है वो क़ाबिले तारीफ है। जिओ पॉलिटिक्स के इस खेल को समझने के लिए देश के हर व्यक्ति को इस किताब को ज़रूर पड़न चाहिए ताकि समझ सके की जिसे हम एक साधारण राजनीति समझ रहे हैं उसके पीछे एक बहुत बड़ा खेल चल रहा है।
किताब अमेज़न और अन्य ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर उपलब्ध है
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शहाब ख़ान 'सिफ़र'
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